दलित उत्पीड़न (Dalit Atrocities) की घटनाएं आज कल दिन प्रति दिन बढ़ती ही जा रहीं है, जैसे कोई संज्ञान लेने के लिए बचा ही न हो । हाल ही में हुई कुछ घटनांए, जैसे कि हाथरस (Hathras Case) में दलित लड़की के साथ गैंगरेप, राजस्थान में हुई दो घटनाएं, एक जालौर (Jalore) जिले कि और दुसरी जयपुर (Jaipur) के अलवर (Alwar) जिले कि है इन दोनों घटनों में दलित युवकों को जिंदा जलाया गया । ऐसी ही कई और घटनाएं है जिसका कहीं कोई जिक्र नहीं होता है। उत्तर प्रदेश के अमेठी (Amethi) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, यहां दलित प्रधान के पति को जिंदा जलाकर मार दिया गया ।
एनडीटीवी कि एक रिर्पोट के अनुसार घटना केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) के चुनाव क्षेत्र अमेठी (Amethi) के एक गांव बंदुहिया (Banduhia) की है, जहां प्रधान छोटका के पति अर्जुन 90 फीसद जली हालत में गांव के ही एक ऊंची जाति के शख्स के घर में मिला, लेकिन अस्पताल जाते हुए अर्जुन की मौत हो गई । मुंशीगंज (Munshiganj) क्षेत्र के बंदुहिया (Banduhia) गांव में गुंडों ने पहले पिटाई की फिर प्रधान के पति अर्जुन को आग लगा दी, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है । प्रधान छोटका ने गांव के कृष्ण कुमार तिवारी और उनकें चार साथियों पर आरोप लगया है ।
बताया जा रह है कि पीड़ित के परिजनों ने जली हुई हालत में उनका बयान फ़ोन में रिकॉर्ड किया था, जिसमें पीड़ित अर्जुन ने पांच लोगों के नाम लिए है, गांव के ही रहने वाले ये लोग है- कृष्ण कुमार तिवारी, आशुतोष, राजेश, रवि और संतोष ।
अमेठी (Amethi) के एस पी दिनेश सिंह ने बताया कि, घटना लगभग रात ग्यारह बजे कि है, हमलावर पीड़ित अर्जुन को जली हुई हालत में कृष्ण कुमार के घर के पास छोड़ कर भाग गए थे, पीड़ित को सी एच सी में डॉक्टर अभिमन्यु ने प्राथमिक उपचार करने के बाद सुल्तानपुर ज़िला अस्पताल में रेफर कर दिया । सुबह जब पीड़ित वहां से बेहतर इलाज के लिए लखनऊ के एक अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में पीडि़त अर्जुन की मौत हो गयी