नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) में जातीय आधार पर उत्पीड़न के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे. रोज़ ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जहां दलितों के साथ अन्याय सरेआम देखने को मिल रहा है. ऐसा ही एक मामला हनुमानगढ़ जिले (Hanumangarh) की भादरा तहसील में सामने आया है, जहां दलित (Dalit) परिवारों पर जुल्म हुआ है. यहां तक की एक बच्ची ने जहर तक खा लिया.
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद (Chandra Shekhar Azad) ने इस मामले को प्रमुखता से उठाते हुए राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार से मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है.
उन्होंने एक ट्वीट के जरिये कहा कि, राजस्थान, भादरा में लोकल MLA के शह में प्रशासन ने सालों से रह रहे दलित परिवारों के घर ढहा दिए. घर उजड़ता देख एक बच्ची नेजहर खा लिया पर निर्दयी सरकार को तरस नहीं आया. प्रदेश में जाति देखकर दलितों पर जुल्म किया जा रहा है. यह अत्यंत ही शर्मनाक है. हस्तक्षेप कीजिए अशोक गहलोत.
राजस्थान, भादरा में लोकल MLA के शह में प्रशासन ने सालों से रह रहे दलित परिवारों के घर ढहा दिए। घर उजड़ता देख एक बच्ची में जहर खा ली पर निर्दयी सरकार को तरस नहीं आई।
प्रदेश में जाति देखकर दलितों पर जुल्म किया जा रहा है। यह अत्यंत ही शर्मनाक है। हस्तक्षेप कीजिए; @ashokgehlot51 pic.twitter.com/vnsd3zyi3n
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) May 30, 2021
एक रिपोर्ट के अनुसार, गोगामेड़ी थाना अन्तर्गत बरवाली गांव में बीरबल राम धानक के परिवार के पृथ्वीसिंह पुत्र रामकुमार, राजकुमार, बृजलाल इत्यादि अपने खेत मुरब्बा नं. 347 के किला नं. 25 में मकान बनाकर निवास करते हैं, जोकि काफी पुराना बना हुआ है.
बृजलाल का आरोप है कि गांव के शंकरलाल जाट ने कलेक्टर को झूठी शिकायत की कि मुरब्बा 365 के किला 5 में राजस्व रिकार्ड में रास्ता है. इस पर मकान बनाकर अतिक्रमण कर रखा है. इसके बाद प्रशासन ने बिना जांच किए पूरी पुलिस फोर्स के साथ प्रशासनिक अमला मकान तोड़ने पहुंच गया.
प्रशासनिक अधिकारियों में नोहर एसडीएम श्वेता कोचर, नायब तहसीलदार रामगढ़ कालूराम, डीएसपी भादरा सुनील झाझडिय़ा, भादरा थाना अधिकारी कविता पूनिया पूरे पुलिस जत्थे के साथ मौके पर पहुंचे.
धानक परिवार ने अपना मकान तोडऩे का विरोध किया तो पुलिस द्वारा कइयों की पिटाई की गई. इसमें एक बुजुर्ग को भी काफी चोटें आईं.
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पुलिस की मारपीट देख एक 19 साल की बीएसी की छात्रा पूनम ने जहरीला पदार्थ भी पी लिया, जिसके बाद पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और पुलिस प्रशासन को बैरंग लौटना पड़ा.
घायल बृजलाल धानक और पूनम को राजकीय चिकित्सालय नोहर ले जाया गया, जहां से पूनम की हालात बेहद खराब होने के चलते उसे हनुमानगढ़ रैफर कर दिया गया है.
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वहीं, नायब तहसीलदार कालूराम ने उल्टा गोगामेड़ी पुलिस थाने में पृथ्वी पुत्र रामकुमार, राजकुमार, बृजलाल व अन्यों के खिलाफ राजकीय कार्य में बाधा डालने के आरोप में 332, 353, 309, 109, 120 बी में मामला दर्ज कराया है.