नई दिल्ली : राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के अध्यक्ष विजय सांपला (Vijay Sampla) ने अकाल तख्त (Akal Takht) के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Gyani Harpreet Singh) से कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि हरियाणा के सोनीपत में मारे गए लखबीर सिंह (Lakhbir Singh) का सिख धर्म की मान्यताओं के अनुसार ‘भोग’ समारोह हो. विजय सांपला ने जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पत्र लिखकर यह मांग की है.
विजय सांपला (Vijay Sampla) ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को लिखे एक पत्र में कहा, “आपको दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास सिंघु में किसानों के विरोध स्थल पर पंजाब के एक अनुसूचित जाति सिख लखबीर सिंह (Dalit Lakhbir Singh Murdered) की निर्मम हत्या के बारे में पता होना चाहिए. आपको यह भी जानकारी मिली होगी कि कुछ लोगों ने, विशेषकर सत्कार समिति के सदस्यों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का हवाला देते हुए सिख रीति-रिवाजों के अनुसार पीड़िता के दाह संस्कार पर आपत्ति जताई थी. हालांकि, वायरल वीडियो में, दोषियों और अन्य लोगों को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि लखबीर सिंह ने सिख पवित्र पुस्तक का अनादर किया था, लेकिन वास्तव में, सोशल मीडिया या समाचार संगठनों पर ऐसा कोई वीडियो सामने नहीं आया है जो यह साबित कर सके कि लखबीर सिंह ने बेअदबी की थी.“
उन्होंने पत्र में लिखा, “वायरल वीडियो में से एक में, लखबीर सिंह अपने कटे हुए हाथ के साथ जमीन पर लेटे हुए दिखाई दे रहे थे, जबकि दूसरे वीडियो में, उन्हें किसान संगठन के विरोध के मुख्य मंच के पास उल्टा लटका दिया गया था. तीसरे वायरल वीडियो में दिख रहा है कि शायद उनकी मौत के बाद उन्हें रोड बैरिकेड्स से लटका दिया गया था. सांपला ने कहा कि हम दृढ़ता से मानते हैं कि लखबीर सिंह को तब तक ‘दोषी’ नहीं कहा जाना चाहिए जब तक कि पुलिस जांच यही साबित न हो जाए.
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