नई दिल्ली/लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) के चुनावी रण में समाजवादी पार्टी गठबंधन (Samajwadi Party Alliance) से बात बिगड़ने के बाद भीम आर्मी चीफ (Bhim Army) चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने अब करीब 30 छोटे दलों को साथ खुद का सामाजिक परिवर्तन मोर्चा (Samajik Parivartan Morcha) बनाया है. आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) इन दलों को साथ लेकर उत्तर प्रदेश चुनाव (Uttar Pradesh Chunav 2022) में उतर रहे हैं. लखनऊ (Lucknow) में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेस में उन्होंने स्पष्ट किया कि बड़े दलों से गठबंधन के अनुभव बहुत खराब रहे, लेकिन हम जैसे सताए हुए लोग जिनको धोखा मिला है, उनको साथ लेकर यह संयुक्त मोर्चा तैयार किया गया है. साथ ही उन्होंने आगामी हफ्ते से गोरखपुर सदर सीट (Gorakhpur Sadar Seat) के लिए तूफानी प्रचार आरंभ करने की बात कही और कहा कि मैं इसी हफ्ते गोरखुपर (Gorakhpur) कूच करूंगा. उन्होंने गोरखपुर सदर सीट से बीजेपी (BJP) के योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ दावेदारी ठोंकी है.
आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) द्वारा कही गई प्रमुख बातें…
-सामाजिक परिवर्तन मोर्चा (Samajik Parivartan Morcha) के नाम से अपने सभी साथियों को साथ लेकर हमने गठबंधन बनाया है.
-सामाजिक परिवर्तन मोर्चा (Samajik Parivartan Morcha) में प्रमुख से जो पार्टियां शामिल हुई हैं, वह हैं आजाद समाज पार्टी, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी, भारतीय वीरदल, न्याय पार्टी, पिछड़ा समाज पार्टी, दिल्ली डेमोक्रेटिक अलायंस, समयक पार्टी, सर्वजन लोकशक्ति पार्टी, हरित क्रांति पार्टी, मजदूर किसान यूनियन पार्टी, वंचित समाज इंसाफ पार्टी, पथिक जनशक्ति पार्टी, अखिल भारतीय गरीब पार्टी, भारतीय सर्वोदय क्रांति पार्टी, राष्ट्रीय कृषक दल, इंडियन नेशनल लीग, राष्ट्रीय जनवादी सोशलिस्ट पार्टी, भारतीय सबका दल, समदर्शी समाज पार्टी, अखंड समाज पार्टी, अभय समाज पार्टी, वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया, भारतीय जनसम्मान पार्टी, न्याय पार्टी, मुस्लिम मजलिस, भारतीय एकता मंच, वोटर पार्टी, राष्ट्रीय उदय पार्टी, किसान दल और गरीब स्वराज पार्टी. एक दल के प्रतिनिधियों के वहां मौजूद नहीं होने पर उनके आने पर उनकी बात सामने रखने की बात चंद्रशेखर आजाद ने कही.
-लगभग 30 पार्टियों के इस संयुक्त मोर्चे के जरिये हम उत्तर प्रदेश में राजनीतिक विकल्प देंगे.
-अब समुद्र में नहीं कूदना. छोटे-छोटे दलों को साथ लेकर खुद समुद्र बनना है.
-बड़े दलों से गठबंधन के अनुभव बहुत खराब रहे, लेकिन हम जैसे सताए हुए लोग जिनको धोखा मिला है, उनसे गठबंधन के अनुभव अच्छे होने जा रहे हैं, क्योंकि ये सत्ता परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहे हैं. ना की खुद मुख्यमंत्री बनने के लिए.
-उत्तर प्रदेश एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक लोगों को मिलाकर यह गठबंधन बनाया गया है.
-गोरखुपर की तैयारी पूरी हो गई है. गोरखपुर में आज शाम हमारी वर्चुअल मीटिंग है. अगले तीन दिन में सारी बूथ कमेटियां तैयार होकर आ जाएंगी.
-मैं इसी हफ्ते गोरखुपर कूच करूंगा.