नई दिल्ली. हरियाणा (Haryana) के बरोदा में हो रहे उपचुनाव (Baroda Bypoll) में बीजेपी उम्मीदवार अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त के लिए चुनाव प्रचार करने पहुंचीं 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदक विजेता पहलवान बबीता फोगाट (Babita Phogat) अपने बयान को लेकर फंस गई हैं.
बबीता फोगाट द्वारा अपने भाषण में दलितों के बारे में जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किए जाने को लेकर उनके खिलाफ हरियाणा पुलिस (Haryana Police) में शिकायत दर्ज की गई है.
नेशनल अलायंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक एवं वकील रजत कलसन ने हांसी पुलिस के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई है. कलसन ने कहा कि बबीता वर्तमान में हरियाणा महिला विकास निगम की चेयरपर्सन हैं और हाल ही में वह बरोदा उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी योगेश्वर दत्त के लिए प्रचार करने पहुंची थीं.
यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए बबीता ने अपने भाषण के दौरान अनुसूचित जाति समाज के लिए जातिसूचक ‘ढेड’ का इस्तेमाल किया. उनका कहना है कि इस शब्द का इस्तेमाल गाली के तौर पर इस भाषण में किया गया.
उनका कहना है कि इस दौरान योगेश्वर दत्त भी वहां मौजूद थे और उन्होंने भी बबीता की दलित विरोधी टिप्पणी पर कोई ऐतराज नहीं जताया, इस तरह से उन्होंने बबीता फोगाट की इस टिप्पणी को तसदीक करने का काम किया.
इसके चलते कलसन की तरफ से हांसी पुलिस अधीक्षक को एक शिकायत देकर बबीता फोगाट के खिलाफ अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है.
अधिवक्ता कलसन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि बबीता फोगाट पहले भी कोरोना के मसले पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ देशविरोधी व अपमानजनक टिप्पणी कर चुकी हैं, जिसके बारे में भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है.
अधिवक्ता रजत कलसन का आरोप है कि बबीता फोगाट ने अपने भाषण से दलित समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए नहीं तो दलित समाज आंदोलन के लिए मजबूर होगा.